कानपुर शहर के रायपुरवा पुलिस बल के द्वारा असहाय युवतियों के मददगार बनकर उन्हें बेचने वाले गिरोह का सफलता पूर्वक किया गया उद्धवेदन। मामले का पर्दाफाश पुलिस के द्वारा तब किया गया, जब नवंबर 2022 में रायपुरवा थाना क्षेत्र अंतर्गत एक किशोरी के परिजनो के द्वारा घर से दूध लेने जाने के नाम पर किशोरी के घर से निकल जाने पर उनके पड़ोसी युवक पर किशोरी को बहला फुसला कर भगा ले जाने का आरोप लगाते हुए, मुकदमा दर्ज कराया गया था। ज्ञात हो कि प्रशासन के द्वारा मामले की जांच के क्रम में आरोपियों को अनवरपुर रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया गया तथा लापता युवती को बदायूं से बरामद किया गया।
गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ के क्रम में बताया कि वे धर्म छिपाकर, असहाय, व परेशान युवतियों के हमदर्द व मददगार बनकर उन्हें 50 से 60 हजार रुपयों में बेच दिया करते थें । गिरफ्तार अपराधियों ने बताया कि उनके द्वारा यह कार्य एक गैंग बना कर किया जाता था, जिसमें वे सार्वजनिक स्थानों जैसे बस अड्डे, रेलवे स्टेशन आदि जगहों पर परेशान व असहाय युवतियों से बातें करते थें तथा उन्हें बहला फुसला कर उनका सहारा बनने कि झांशा दिखाकर युवती को बेच देते थे। जानकारी हो कि पूछताछ के क्रम में गिरफ्तार अपराधियों के द्वारा बिहार एवं शाहजहांपुर में भी युवतियों को बेचने की बात कबूली गई है, जिसके पश्चात कानपुर पुलिस के द्वारा बिहार तथा शाहजहांपुर पुलिस के साथ संपर्क स्थापित कर अग्रिम कारवाई की जा रही है। गिरफ्तार आरोपियों का नाम, इकबाल उर्फ राजू पुत्र इश्लाम, ग्राम सराय, थाना नयागांव जिला एटा, धनपाल पुत्र हरदयाल, थाना उसहैत जिला बदायॅूं, गुड्डू पुत्र सूरजपाल, भकरौली थाना उसहैत जिला बदायॅूं, हरि सिंह पुत्र रामस्वरूप ,नई बस्ती, किलापुर, थाना मिर्जापुर, जिला शाहजहॉंपुर,नत्थूलाल पुत्र झंडुलाल निवासी कालिया काजिमपुर थाना कॅुंवरगांव जिला बदायॅूं का निवासी है तथा गिरफ्तार महिला काल्पनिक नाम रानी उर्फ रूपा, पत्नी इकबाल उर्फ राजू, थाना नयागांव जिला एटा की निवासी है। पुलिस और सर्विलांस टीम इस गैंग से जुड़े लोगों की गिरफ्तारी और बेची गई यूवतियो की बरामदगी का प्रयास कर रही है।
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