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एक रफ़्तार समय संचार

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कानपुर, उ.प्र.। दुकान में चोरी होने के लगभग एक महीने के बाद भी नहीं दर्ज की गई प्राथमिकी। मामला कलेक्टरगंज थाना क्षेत्र की।

 


कानपुर शहर के कलेक्टरगंज थाना क्षेत्र का एक मामला प्रकाश में आया है जहां पीड़ित के द्वारा चोरी की शिकायत करने पर पुलिस के द्वारा एफआईआर दर्ज नहीं कि जा रही है, पीड़ित लगभग एक महीने से पुलिस महकमे की चक्कर लगा रहा है ताकि उसकी शिकायत को दर्ज किया जा सके। जहां पुलिस को जनता अपनी रक्षक के रूप में जानती है, वहीं उत्तर प्रदेश पुलिस का एक ऐसा चेहरा भी सामने आया है, जहां वो जनता की सेवा करने की जगह जनता की परेशानी का कारण बनती नजर आ रही है। जानकारी हो कि दिनांक 16 दिसंबर 2022 को कलेक्टरगंज थाना क्षेत्र अन्तर्गत शक्कर मिल, खलवा निवासी ओम प्रकाश कुमार, पुत्र रज्जन लाल, की मोबाइल दुकान से कुछ अज्ञात चोरों के द्वारा छत की पीओपी काटकर 12 एंड्रॉयड मोबाइल, 8 की पैड मोबाइल तथा गल्ले में रखे 30 हजार रुपए नगद चुरा लिए गए थे। चोरी गए कुल सामानों की अनुमानित मूल्य करीब 2 लाख रुपए हैं। परंतु जब पीड़ित के द्वारा मामले की सूचना स्थानीय थाने में दी गई, तो कलेक्टरगंज थाना के एसएचओ राम जनम गौतम के द्वारा मामला को दर्ज नहीं किया गया। पीड़ित युवक ने बताया कि एसएचओ के इस रवैये को देख कर वो एसीपी तेज बहादुर सिंह के पास भी गए थे, जिसके पश्चात उन्हे मामले में कार्यवाई का आश्वासन दिया गया था , किंतु इसके पश्चात भी आज लगभग एक महीना होने जा रहा परंतु एफआईआर दर्ज नहीं की गई। पुलिस प्रशासन द्वारा एफआईआर का दर्ज नहीं करना यह दर्शा रही है की पुलिस प्रशासन अपने गुड वर्क को दिखाने के प्रयास में एफआईआर दर्ज करने से कतरा रही है। अंत में सभी जगहों से थक हार कर उन्हें मीडिया का सहारा लेना पड़ा और उन्होंने एक रफ्तार समय संचार के संवाददाता ऋषि मिश्रा से उनके साथ घटित घटना के संबंध बताया कि मामले को घटित हुए लगभग एक महीने बीत गए हैं, किंतु थाना के एसएचओ के द्वारा केवल टाल मटोल किया जा रहा है, तथा मामले में किसी तरह की कोई कार्यवाई नहीं की जा रही। कलेक्टरगंज थाने की पुलिस का यह रुख उनके क्रिया कलापों पर एक गंभीर सवालिया निशान खड़ी करती है।

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