गया, बिहार: मोहनपुर थाना क्षेत्र में लूट की घटना को अंजाम देने वाले दो अपराधियों को गया पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई में गिरफ्तार कर लिया है। अपराधियों के कब्जे से लूटी गई मोबाइल और मोटरसाइकिल भी बरामद की गई है। यह कार्रवाई पुलिस की तत्परता और सटीक रणनीति का नतीजा है, जिसने इस संगीन अपराध का पर्दाफाश कर आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया।
घटना का विवरण:
24 अप्रैल 2023 को एक व्यक्ति ने मोहनपुर थाना में लिखित आवेदन देकर बताया कि जब वह अपने घर से तिलक समारोह के लिए ग्राम डेमा जा रहे थे, तब रास्ते में दो अज्ञात अपराधियों ने उनकी मोटरसाइकिल को रोककर मारपीट की। इस दौरान अपराधियों ने उनका मोबाइल, कुछ नगद रुपये और उनकी मोटरसाइकिल छीनकर फरार हो गए। घटना के बाद पीड़ित की शिकायत पर मोहनपुर थाना में कांड संख्या-397/23 के तहत धारा-392 भारतीय दंड संहिता (भा०द०वि०) के तहत मामला दर्ज किया गया और पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए जांच शुरू की।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई:
गया के वरीय पुलिस अधीक्षक ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए अपराधियों की गिरफ्तारी और घटना के उद्भेदन के लिए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (बोधगया) के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया। इस टीम में मोहनपुर थानाध्यक्ष सहित मोहनपुर थाना और तकनीकी शाखा, गया के अन्य पुलिस कर्मियों को भी शामिल किया गया।
टीम ने आधुनिक तकनीकी संसाधनों का उपयोग करते हुए अपराधियों का पता लगाया। तकनीकी अनुसंधान और गुप्त सूचना के आधार पर पहला अभियुक्त रमेश कुमार उर्फ सत्या, पिता राजो यादव, निवासी पथरा, मोहनपुर थाना को उसके घर से गिरफ्तार किया गया। उसकी गिरफ्तारी के बाद उसकी निशानदेही पर दूसरे अभियुक्त चिन्नु पासवान, पिता कामदेव पासवान, निवासी डेमा, मोहनपुर थाना से लूटी गई मोटरसाइकिल बरामद की गई और उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया।
अपराधियों का आपराधिक इतिहास:
गिरफ्तार किए गए दोनों अभियुक्तों का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है। प्रारंभिक जांच में इनका लूटपाट और अन्य आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त होना सामने आया है। हालांकि, पुलिस इनकी संलिप्तता को लेकर विस्तृत जांच कर रही है और इनके अन्य सहयोगियों की तलाश भी जारी है।
बरामद सामान:
- लूटी गई मोबाइल: 01
- लूटी गई मोटरसाइकिल: 01
आगे की कार्रवाई:
गया पुलिस इस मामले में और गहराई से जांच कर रही है और अन्य फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। पुलिस ने इस घटना के उद्मेदन में महत्वपूर्ण प्रगति करते हुए एक बड़ा संदेश दिया है कि अपराधी चाहे कितने भी शातिर हों, वे पुलिस की पकड़ से बच नहीं सकते।
गया पुलिस की यह कार्रवाई न केवल उनके साहस और प्रतिबद्धता को दर्शाती है बल्कि यह भी साबित करती है कि अपराध के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। इस लूटकांड में शामिल अपराधियों को पकड़ने में पुलिस की तत्परता ने जनता के बीच सुरक्षा का विश्वास फिर से बहाल किया है।
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