गया, बिहार: आगामी दुर्गा पूजा उत्सव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था और भीड़ प्रबंधन को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से गया पुलिस ने आज 08 अक्टूबर 2024 को एक व्यापक निरीक्षण अभियान चलाया। वरीय पुलिस अधीक्षक, गया के निर्देशानुसार नगर पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में शेरघाटी अनुमंडल क्षेत्र के विभिन्न दुर्गा पूजा पंडालों का निरीक्षण किया गया। इस अभियान का उद्देश्य पूजा पंडालों की संरचना, सुरक्षा उपायों और भीड़ प्रबंधन की व्यवस्था की जांच करना था, ताकि त्योहार शांतिपूर्ण और सुरक्षित माहौल में संपन्न हो सके।
सुरक्षा और प्रबंधन पर विशेष जोर:
नगर पुलिस अधीक्षक, गया के नेतृत्व में हुई इस निरीक्षण प्रक्रिया में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी शेरघाटी-1, शेरघाटी थाना के थानाध्यक्ष और अन्य पुलिस कर्मियों ने भाग लिया। इस निरीक्षण के दौरान आयोजकों को आवश्यक सुरक्षा दिशा-निर्देश दिए गए, जिनमें पंडाल की संरचनात्मक मजबूती, प्रवेश और निकास द्वार की उचित व्यवस्था, भीड़ नियंत्रण के लिए समुचित योजना और यातायात संधारण प्रमुख रूप से शामिल थे।
प्रमुख दिशा-निर्देश:
- पंडाल की मजबूती: पंडाल की संरचना को मजबूती के साथ तैयार करने के निर्देश दिए गए ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। साथ ही, पंडाल में आग से बचाव के पर्याप्त उपाय भी सुनिश्चित करने को कहा गया।
- प्रवेश और निकास की व्यवस्था: पंडालों में भीड़ के दबाव को नियंत्रित करने के लिए प्रवेश और निकास द्वार को उचित रूप से व्यवस्थित करने के निर्देश दिए गए। इसके साथ ही, भीड़ प्रबंधन के लिए समुचित मार्गदर्शन और इमरजेंसी एग्जिट का प्रावधान भी अनिवार्य किया गया।
- भीड़ प्रबंधन: पूजा पंडालों में श्रद्धालुओं की भारी संख्या को देखते हुए बेहतर भीड़ नियंत्रण के लिए पुलिस और आयोजकों को सख्त प्रबंधन के निर्देश दिए गए। वॉलिंटियर्स की तैनाती और सुरक्षा बलों के साथ समन्वय पर विशेष जोर दिया गया।
- यातायात व्यवस्था: उत्सव के दौरान सड़क पर यातायात में अव्यवस्था न हो, इसके लिए उचित योजना बनाई गई है। वाहनों के पार्किंग की व्यवस्था, डायवर्जन प्लान और इमरजेंसी सेवाओं के लिए रास्ता खुला रखने के निर्देश भी दिए गए हैं।
- लाउडस्पीकर और अनाउंसमेंट सिस्टम: पुलिस अधीक्षक ने पंडालों में लाउडस्पीकर और अनाउंसमेंट सिस्टम की सही और संयमित उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए आयोजकों को सख्त निर्देश दिए। लाउडस्पीकर के उपयोग में ध्वनि सीमा का पालन और आपात स्थिति में अनाउंसमेंट सिस्टम को तत्परता से संचालित करने की योजना पर भी जोर दिया गया।
पुलिस की तैयारी और जनता के सहयोग का आह्वान:
नगर पुलिस अधीक्षक महोदया ने इस मौके पर बताया कि गया पुलिस ने त्योहार के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए कड़ी तैयारियां की हैं। सुरक्षा के लिए पुलिस बलों की तैनाती, सीसीटीवी कैमरों से निगरानी, और गश्त बढ़ाने की योजना बनाई गई है। उन्होंने यह भी बताया कि त्योहार के दौरान पुलिस और जनता के बीच समन्वय बेहद महत्वपूर्ण है। नागरिकों से अनुरोध किया गया है कि वे पुलिस और आयोजकों के निर्देशों का पालन करें, और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
निष्कर्ष:
दुर्गा पूजा जैसे बड़े त्योहार के दौरान सुरक्षा और व्यवस्था बनाए रखना एक बड़ी चुनौती होती है। गया पुलिस ने इस चुनौती का सामना करने के लिए जो तैयारी और कार्रवाई की है, वह सराहनीय है। सुरक्षा के साथ-साथ जनता की भागीदारी भी आवश्यक है ताकि यह त्योहार पूरी तरह से शांति और उत्साह के माहौल में संपन्न हो सके। गया पुलिस के इस कदम ने यह साबित कर दिया है कि वह जनता की सुरक्षा को सर्वोपरि मानती है और त्योहार को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
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