रुड़की-देहरादून हाईवे पर स्थित क्वांटम विश्वविद्यालय में आज नवरात्रि के पावन पर्व के सातवें दिन अर्थात् सप्तमी तिथि पर मां दुर्गा की भव्य प्रतिमा की स्थापना बड़े धूमधाम से की गई। इस शुभ अवसर पर विश्वविद्यालय का माहौल पूर्णतः भक्तिमय हो गया। हज़ारों की संख्या में छात्र-छात्राएं, अध्यापक, और कर्मचारी इस धार्मिक आयोजन में शामिल हुए, जिससे पूरे परिसर में मां दुर्गा की दिव्य शक्ति का अद्भुत अनुभव हुआ।
भव्य उत्सव और भक्तिमय वातावरण
सुबह से ही पूरे विश्वविद्यालय परिसर में उत्सव की धूम मची रही। चारों ओर भक्तिमय माहौल के बीच जयकारों की गूंज सुनाई देने लगी थी। छात्र-छात्राएं, जो अपनी परीक्षाओं की तैयारी में व्यस्त थे, उन्होंने भी अपनी पढ़ाई से समय निकालकर इस धार्मिक आयोजन में भाग लिया। मां दुर्गा के आगमन पर पूरे विश्वविद्यालय प्रांगण में भक्तों का हुजूम उमड़ पड़ा।
माता की प्रतिमा अत्यंत भव्य रूप से सजाई गई थी, जिसके दर्शन करने के लिए लोग बड़ी संख्या में उपस्थित थे। मां दुर्गा के शृंगार और आभूषणों से सजी प्रतिमा ने श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। पूरे परिसर में दीपों और फूलों की सजावट ने इस अवसर को और भी खास बना दिया।
विशेष पूजन विधि और महाआरती
मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापना के दौरान विशेष रूप से आमंत्रित विद्वान पंडितों द्वारा पूजन विधि का संचालन किया गया। पूरे विधि-विधान के साथ मां दुर्गा का आह्वान किया गया और भव्य आरती का आयोजन हुआ। छात्रों और कर्मचारियों ने इस आरती में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, जिससे पूरा वातावरण दिव्यता से भर गया।
छात्रों की भूमिका और प्रबंधन का सहयोग
इस भव्य आयोजन की सफलता में विश्वविद्यालय के छात्रों का विशेष योगदान रहा। उन्होंने आयोजन की हर जिम्मेदारी बखूबी निभाई। इस आयोजन की रूपरेखा बनाने से लेकर उसके संपादन तक, हर कदम पर छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। विश्वविद्यालय प्रबंधन ने भी इस धार्मिक अनुष्ठान के महत्व को समझते हुए, कार्यक्रम को पूरी तरह से सफल बनाने के लिए हर संभव मदद की।
इस अवसर पर क्वांटम विश्वविद्यालय के कुलपति, डॉ. विवेक कुमार ने कहा, "यह आयोजन न केवल हमारे धार्मिक और सांस्कृतिक मूल्यों को सहेजने का एक माध्यम है, बल्कि यह हमारे छात्रों को मानसिक और आध्यात्मिक रूप से मजबूत बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। मां दुर्गा की यह पूजा हमें सिखाती है कि ज्ञान के साथ-साथ आस्था और शक्ति भी जीवन में समान रूप से आवश्यक हैं। हम सभी के जीवन में मां का आशीर्वाद बना रहे और हमारे छात्र न केवल शैक्षणिक क्षेत्र में, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी उन्नति करें, यही हमारी कामना है।"
माता से सफलता, स्वास्थ्य, और समृद्धि की प्रार्थना
इस धार्मिक आयोजन में शामिल हुए सभी श्रद्धालुओं ने मां दुर्गा के चरणों में शीश नवाकर अपने जीवन में सफलता, स्वास्थ्य, और समृद्धि की कामना की। छात्रों ने कहा कि ऐसे धार्मिक आयोजन न केवल हमारी परंपराओं को जीवित रखते हैं, बल्कि हमें आस्था, एकता, और शक्ति का अनुभव कराते हैं।
कार्यक्रम का समापन
पूरे कार्यक्रम का समापन मां दुर्गा की महाआरती और प्रसाद वितरण के साथ हुआ। भक्तों ने प्रसाद ग्रहण कर मां का आशीर्वाद प्राप्त किया। श्रद्धालुओं के चेहरों पर माता के प्रति अपार भक्ति और आस्था की स्पष्ट झलक थी। सभी ने इस आयोजन को अद्वितीय बताया और इसे पूरी तरह सफल माना।
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