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iRAD/eDAR प्रणाली पर विशेष प्रशिक्षण: गया जिले के पुलिस पदाधिकारियों को सड़क दुर्घटना प्रबंधन में मिलेगी नई दिशा

गया, 08 अक्टूबर 2024 - सड़क दुर्घटनाओं को नियंत्रित करने और पीड़ितों को त्वरित न्याय दिलाने के उद्देश्य से आज एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया। वरीय पुलिस अधीक्षक, गया के निर्देशानुसार, जिले के सभी पुलिस थानों के पदाधिकारियों के लिए iRAD (Integrated Road Accident Database) और eDAR (Electronic Detailed Accident Report) प्रणाली पर एक विशेष प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया गया। यह प्रशिक्षण सत्र पुलिस उपाधीक्षक यातायात और District Rollout Manager (DRM) के संयुक्त नेतृत्व में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।

प्रशिक्षण का उद्देश्य:

इस प्रशिक्षण सत्र का मुख्य उद्देश्य पुलिस पदाधिकारियों को आधुनिक डिजिटल प्लेटफार्मों iRAD और eDAR के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराना था, जिनका उपयोग करके सड़क दुर्घटनाओं की रिपोर्टिंग, विश्लेषण, और पीड़ितों को त्वरित मुआवजा प्रदान करने की प्रक्रिया को प्रभावी बनाया जा सके।

प्रशिक्षण में निम्नलिखित महत्वपूर्ण पहलुओं पर विशेष जोर दिया गया:

  1. ऑनलाइन प्रविष्टि की प्रक्रिया:
    सभी सड़क दुर्घटनाओं की ऑनलाइन प्रविष्टि करना iRAD/eDAR प्रणाली का एक प्रमुख हिस्सा है। इस प्रणाली के माध्यम से पुलिस को एक केंद्रीकृत डेटाबेस उपलब्ध होगा, जहां पर सभी सड़क दुर्घटनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दर्ज की जा सकेगी। इस ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से दुर्घटना के समय, स्थान, वाहन की स्थिति, चालक की जानकारी और अन्य संबंधित विवरणों को तुरंत अपलोड किया जाएगा, जिससे तेजी से कार्रवाई संभव हो सकेगी।




  2. दुर्घटना के कारणों का विश्लेषण:
    iRAD और eDAR प्रणाली का सबसे महत्वपूर्ण फायदा यह है कि इसके जरिए दुर्घटना के विभिन्न कारणों का वैज्ञानिक विश्लेषण किया जा सकेगा। इसमें सड़क की स्थिति, चालक की लापरवाही, वाहन की तकनीकी खामियां, और मौसम की स्थिति जैसे कारकों का विस्तृत अध्ययन किया जाएगा, ताकि भविष्य में दुर्घटनाओं को रोकने के उपाय खोजे जा सकें।

  3. पीड़ितों को त्वरित मुआवजा दिलाना:
    इस प्रणाली के तहत दुर्घटना के बाद की प्रक्रिया को तेज और पारदर्शी बनाने का प्रयास किया गया है। दुर्घटनाओं के तुरंत बाद मुआवजे की प्रक्रिया शुरू हो सकेगी, जिससे पीड़ितों और उनके परिवारों को त्वरित राहत मिलेगी। इसके अलावा, प्रणाली में पीड़ितों की जानकारी को सही ढंग से संग्रहित किया जाएगा, जिससे मुआवजा राशि के लिए किसी भी प्रकार की देरी या अन्य समस्याएं न हों।

सड़क दुर्घटनाओं पर नियंत्रण के लिए iRAD/eDAR की भूमिका:

यह विशेष प्रशिक्षण सत्र केवल दुर्घटनाओं के बाद की कार्रवाई तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका एक बड़ा उद्देश्य भविष्य में दुर्घटनाओं को नियंत्रित करना भी है। सभी थानों से प्राप्त आंकड़ों को एक केंद्रीकृत डेटाबेस में संग्रहीत किया जाएगा, जिससे सरकार और पुलिस विभाग को दुर्घटनाओं के पैटर्न का विश्लेषण करने में मदद मिलेगी। इन आंकड़ों के आधार पर भविष्य की नीतियों और सड़क सुरक्षा उपायों को तय किया जाएगा।

इस प्रणाली से प्राप्त डेटा का उपयोग दुर्घटनाओं से प्रभावित क्षेत्रों की पहचान करने, दुर्घटना प्रवण स्थलों पर सुधारात्मक उपाय लागू करने, और सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियानों को और अधिक प्रभावी बनाने में किया जाएगा।

पुलिस की तत्परता और प्रयास:

वरीय पुलिस अधीक्षक, गया के अनुसार, iRAD और eDAR जैसी तकनीकी पहल सड़क सुरक्षा को बेहतर बनाने और दुर्घटनाओं को कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। जिले के सभी पुलिस थानों के अधिकारी इस प्रशिक्षण में भाग लेकर डिजिटल प्रणाली का सही उपयोग करना सीख रहे हैं, जो भविष्य में सड़क दुर्घटनाओं के मामलों को निपटाने में मददगार साबित होगा।

पुलिस उपाधीक्षक यातायात ने बताया कि यह पहल न केवल दुर्घटनाओं के बाद की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करेगी, बल्कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए एक महत्वपूर्ण योजना भी प्रदान करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि इस डिजिटल प्रणाली के साथ पुलिस बल के कामकाज में पारदर्शिता और तेजी आएगी।

भविष्य में सड़क सुरक्षा के लिए अहम कदम:

प्रशिक्षण के दौरान यह भी बताया गया कि सड़क दुर्घटनाओं के कारणों का विश्लेषण करके, उन इलाकों में विशेष सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे जहां दुर्घटनाओं की संभावना अधिक होती है। इसके साथ ही, चालक और जनता में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए विशेष कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।



iRAD और eDAR प्रणाली पर आधारित यह प्रशिक्षण सत्र, गया जिले के पुलिस पदाधिकारियों को सड़क दुर्घटनाओं के प्रति अधिक संवेदनशील और सशक्त बनाएगा। इस तकनीकी पहल से दुर्घटनाओं की रिपोर्टिंग से लेकर मुआवजा प्रदान करने तक की प्रक्रिया में तेजी आएगी, जिससे सड़क दुर्घटनाओं पर नियंत्रण के लिए एक ठोस आधार तैयार किया जा सकेगा। पुलिस विभाग की यह पहल, जिले में सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।

इस प्रशिक्षण के बाद जिले के पुलिस अधिकारियों के बीच सड़क दुर्घटनाओं को रोकने और दुर्घटना के बाद की प्रक्रिया को कारगर बनाने के लिए बेहतर समझ और तत्परता देखने को मिलेगी।

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