गया, 22 जनवरी: जिले में कुपोषित बच्चों और मातृत्व एनीमिया की पहचान, जांच और उपचार सेवाओं को मजबूत बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा बड़े पैमाने पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस सिलसिले में मंगलवार 21 जनवरी को गया सदर, मानपुर, बोधगया और परैया प्रखंड की एएनएम को एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया। तीन दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम में बैचवार कुल 166 एएनएम को प्रशिक्षित किया जाएगा। जिला स्वास्थ्य समिति, एम्स पटना और यूनिसेफ के सहयोग से आयोजित इस प्रशिक्षण का उद्घाटन डीपीएम नीलेश कुमार, डीआईओ डॉ. राजीव अंबष्ट और अन्य स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने किया।प्रशिक्षण में कुपोषण प्रबंधन, बच्चों की वृद्धि निगरानी, भूख परीक्षण, पोषण और स्वच्छता के महत्व जैसे विषयों पर जानकारी दी गई। साथ ही, मातृत्व एनीमिया की पहचान और उपचार के तरीकों को विस्तार से समझाया गया।
विशेषज्ञों ने बताया कि एनीमिया के लक्षणों में थकावट, चक्कर आना, भूख न लगना और चेहरे या पैरों में सूजन शामिल हैं। आयरन और विटामिन सी युक्त आहार को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया गया। स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि इस प्रशिक्षण के माध्यम से कुपोषण और एनीमिया के खिलाफ जागरूकता और बेहतर सेवाएं सुनिश्चित की जाएंगी।
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Very Good 👍👍👍
जवाब देंहटाएंGood 👍
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